माँ बगलामुखी की शक्ति और चमत्कार को भला में किसी से क्या पूछू जब मैंने खुद हर चीज का अनुभव किया हैं क्युकी में खुद भगवती माँ पितांबरा का सेवक हूँ और दिन रात उनकी ही सेवा में लगा रहता हूँ ।
माँ की दस महाविद्याओं में से 8वीं महाविद्या माँ बगलामुखी को स्तम्भन की देवी कहा जाता है | कलियुग के समय में बगलामुखी की साधना से साधक के सभी कार्य शीघ्र सिद्ध हो जाते है | मारण , मोहन , उच्चाटन , वशीकरण , अनिष्ट ग्रहों की शांति , मनचाहे व्यक्ति का मिलन , धनप्राप्ति , शत्रुओं का नाश एवं मुकदमे में विजय प्राप्त करने के लिए माँ बगलामुखी साधना , मन्त्र जप और अनुष्ठान शीघ्र फल प्रदान करने वाला माना जाता हैं।

बगलामुखी साधना विधि :
- माँ बगलामुखी की फोटो , यंत्र व हल्दी की माला और पीले वस्त्र, पीला आसन और चौकी पर बिछाने के लिए पीला कपड़ा ये सामग्री आप बाज़ार से ले आइए| माँ बगलामुखी की साधना में पीले वस्त्रों का प्रयोग करना अनिवार्य है और कोई वस्त्र का रंग न पहने न बिछाए |
- माँ बगलामुखी का बीज मंत्र 36 अक्षरों से मिलकर बना है | माँ बगलामुखी को 36 का अंक बहुत प्रिय है इसीलिए साधना में मंत्र जप की संख्या आप 3600 या 36000 ही रखे तो आश्चर्य जनक फायदे होंगे |
- माँ बगलामुखी की साधना रात्रि में ही की जानी चाहिए इसलिए रात्रि 09 बजे के बाद कोई भी समय निश्चित कर प्रतिदि उसी समय पर साधना आरंभ करें |
- संकल्प निर्धारित किये मंत्र जप को आप 41 दिन में पूरा करें और प्रतिदिन मंत्र जप की संख्या समान ही रखे |
- दक्षिण दिशा की तरफ एक चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर माँ बगलामुखी की फोटो और यंत्र को स्थापित करना चाहिए | अब आप फोटो के सामने पीला आसन बिछाकर व पीले वस्त्र पहनकर बैठ जाये और आगे के स्टेप का पालन करे |
- माँ बगलामुखी की फोटो के सामने चौकी के नीचे सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाये | दीपक की बत्ती पीले रंग की या हल्दी से लगी हुई हो |
- इसके बाद हाथ में जल लेकर संकल्प ले और हल्दी की माला द्वारा मंत्र जप आरम्भ करें | मंत्र जप पूर्ण होने के बाद फिर से हाथ में जल लेकर संकल्प ले और अपने मंत्र श्री विष्णु को समर्पित कर दे ।
- 41 दिनों तक एक समय और एक ही स्थान पर मंत्र जप पूर्ण करें | 41 दिन पूरे होने पर जितने मंत्र जप आपने इन दिनों में किये है उनके 10वें भाग से आहुति देकर हवन जरूर करना चाहिए अन्यथा आपकी साधना असफल होगी या अपूर्ण मानी जाएगी |
- बगलामुखी मंत्र : –” ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुध्दिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा “
माँ बगलामुखी की उपासना अतिशीघ्र फल देने वाली मानी जाती है | जो भक्त माँ बगलामुखी साधना विधिपूर्वक व निष्ठा भाव से करते है उन्हें सफलता अवश्य मिलती है इसमें कोई शक नहीं हैं | साधना के समय सामान्य यंत्र की अपेक्षा माँ बगलामुखी का सिद्ध यंत्र सामने रखना चाहिए और ये न हो तो बगलामुखी की फोटो से भी काम चल जाएगा |

बगलामुखी साधना का प्रयोग बड़े-बड़े राजनेता अपने प्रतिद्वन्धियों को परास्त करने के लिए व मुकदमों में विजय प्राप्त करने के लिए शेयर बाजार में फायदे के लिए और अपने शत्रु का मारन करने के लिए भी करते हैं। | बगलामुखी साधना से साधक की आँखों में एक् ऐसा तेज आ जाता है कि शत्रु दूर से ही आत्म-समर्पण कर देता है |
माँ बगलामुखी के 36 शब्दों वाले मंत्र द्वारा साधना करने से साधक की मनोकामना अवश्य ही पूर्ण होती है | माँ बगलामुखी की इस साधना को यदि कोई व्यक्ति करने में असमर्थ हो तो वह अपने कार्य को सिद्ध करने हेतु किसी विद्वान् पंडित के द्वारा परंपरागत तरीके से पूजा साधना करवा सकता हैं। जैसा कि माँ का एक् नाम हैं ब्रह्मास्त्र विध्या तो कलयुग में माँ की साधना राम बाण इलाज हैं क्युकी इसका वार ब्रह्मास्त्र की तरह खाली नहीं जाता हैं।।
लेखक
ललित सिंह
संस्थापक
काली तत्त्व ज्ञान