सभी मेरे दर्शकों का बहुत बहुत स्वागत अभिनंदन की आप यहाँ आए और मेरा लेख पड़ रहे हैं , आज का विषय है की third eye कैसे खोले , कैसे हम किसी का भी भूत भविष्य बता दे , यह एक् ऐसी शक्ति है जिसे पाकर आप कुछ भी कर सकते हो , प्राचीन काल में ये शक्ति संजय के पास थी जिन्हे ये शक्ति महर्षि वेद व्यास जी ने दी थी , संजय धृतराष्ट्र की सभा में मंत्री थे और जाती से बुनकर थे , वे श्री कृष्ण के परम भक्त थे, महाभारत युद्ध शुरू होने से पहले उन्हे संदेश लेके भेजा गया था लेकिन जब उस संधि का कोई हल नहीं निकला तो वो महल लौट आए और पूरी बात धृतराष्ट्र को बतायी ,
इससे सवाल ये आया की महाराज और महारानी युद्ध कैसे देखेंगे क्युकी दोनों ही दृष्टि हीन थे , तब महर्षि वेद व्यास जी ने उन्हे third eye की शक्ति दी जिससे वो वही पे बैठे बैठे सब कुछ देख सके और सुन सके , इसी के साथ एक् और ऐसे दिव्य पुरुष थे जो अपनी शक्ति से पूरे युद्ध को देख रहे थे , उनका नाम था बर्बरीक जो की पांडु पुत्र भीम के बेटे घटोत्कच के पुत्र थे , उन्हे ये शक्ति श्री कृष्ण ने दी थी , लोग आज इन्ही बर्बरीक को खाटू श्याम जी के नाम से जानते हैं,
पर अफसोस आज के समय में ऐसे टीवी जैसा सब कुछ दिखना असंभव हैं , पर फिर भी आप अपनी third eye open कर सकते हो , और सामने वाले के बारे में जान सकते हो बता सकते हो , ऐसी शक्ति पाने के 3 है तरीके आपको जो सही लगे वो आप कर सकते हो ,

पहला तरीका third eye खोलने का
मंत्रों के द्वारा आप ऐसा कर सकते है, कोई भी इष्ट देव के मंत्र का जाप करिए और उसे करते जाइए और बड़ाते जाइए लेकिन मंत्र आपका एक् समय और सही से बोला जाए जैसे kleemmmmm इस तरह से , धीरे धीरे आपकी कुंडलिनी के चक्र नीचे से एक् एक् करके खुलते जायेंगे और एक् ऐसा समय आएगा जब आप अपने third eye तक पहुच जायेंगे, इस चक्र को agnaa चक्र या आज्ञा चक्र भी कहते हैं।

दूसरा तरीका third eye खोलने का
अगर आपकी कुंडली में ज्यूपिटर ग्रह यानि देव गुरु ब्रहस्पति उच्च के हैं तो आप कुछ भी बात बता सकते हो क्युकी आपको अपने ज्ञान से कुछ भी देखने की शक्ति मिलेगी, किसी भी घटना के बारे में बता सकते हो , परंतु यहाँ पे समस्या यही हैं की आप उस होने वाली घटना की तारीख नहीं बता पाओगे, क्युकी इसके लिए कुंडली में आपका बुद्ध ग्रह भी अच्छा होना चाहिए ।

तीसरा तरीका third eye खोलने का
अब आता हैं सबसे अहम और कारगर तरीका जिसके 3 भाग हैं
- इसमे आपको अपनी third eye पे ध्यान लगाना हैं ध्यान के माध्यम से रोज 15 मिनट और ऐसा महसूस करना हैं की मेरे पास ये शक्ति हैं मेरी तीसरी आँख खुल रही हैं बिल्कुल शिव जैसा, ऐसा करने पे क्यी बार आपको दर्द भी होगा , लेकिन धीरे धीरे करते जाइए सफलता जरूर मिलेगी ।
- दूसरे तरीके में आपको किसी शहर देश या प्रदेश के बारे में सोचना हैं और ये सोचना हैं की आप वहाँ पे हो और हर जगह घूम रहे हो , कुल मिलाके ऐसा सिर्फ सोचना हैँ और महसूस करना हैं,
- अब आता हैं तीसरा आखिरी पड़ाव जहां पे ये सोचना है की आप वहाँ पे किसी अपने बहुत करीबी से मिल रहे हो अपने बारे में बता रहे हो और उसकी भी बाते सुन रहे हो ,
अगर इस तरह से आप कोई भी ऊपर बताए तरीके को करते हो तो इसमें कोई शक नहीं की आप जो चाहते हो वो आपको मिले परंतु सफलता आपके संयम और मेहनत पे निर्भर होगी,

लेखक
ललित सिंह
संस्थापक
काली तत्त्व ज्ञान